यूपीएससी (UPSC) परीक्षा को लेकर बासवान समिति की महत्वपूर्ण रिपोर्ट
बासवान समिति (Baswan committee) की यूपीएससी (Union Civil Service Examination) सिविल परीक्षा से संबंधित रिपोर्ट पर सरकार की जांच विचार-विमर्श के लिए शुरू हो चुकी है। इस समिति का श्री बी.एस. भास्वान की अध्यक्षता में केंद्र सरकार द्वारा गठन किया गया था। यूपीएससी सीएसई (UPSC Civil Service Examination) परीक्षा के प्रारूप और आयु सीमा को लेकर यह समिति बनाई गई थी। समिति पहले ही अपनी रिपोर्ट यूपीएससी आयोग को 9 अगस्त 2016 को जमा कर चुकी है।
इस मामले को लेकर पीटीआई के संवाददाता ने आरटीआई (RTI) भी डाली थी। फिर इसके बाद यूपीएससी की सिफारिशों के साथ बसवन समिति की रिपोर्ट 20 मार्च 2017 को सरकार को सौंपी गई थी।
बसवन समितिः
हर साल हजारों उम्मीदवार यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा आईएएस (IAS), आईएफएस (IFS) और आईपीएस (IPS) अफसर पद के लिए देते हैं। इस समिति को गठन करने का अहम कारण आईएएस अधिकारियों की कमी होना है। आईएएस अधिकारी की अधिकृत नियुक्ति 6396 होनी चाहिए, जहां यह वास्तविकता में 4926 है और आईपीएस अधिकारियों की 4802 अधिकृत शक्ति होनी चाहिए, बल्कि यह 3894 है।
2010-20 अवधि के दौरान पदोन्नति, सेवानिवृत्ति और रिक्तियों के कारण 569 अधिकारियों की कमी होगी।
समिति में बी.एस. बसवन (पूर्व निदेशक, आईआईपीए), आर.के. बरिक (प्रोफेसर, आईआईपीए), अकर अली (अनुसंधान अधिकारी, आईआईपीए), और पंकज कुमार सिंह (अनुसंधान अधिकारी, आईआईपीए) लोग शामिल हैं
महत्वपूर्ण बातें:
बासवान के द्वारा परीक्षा को लेकर रिपोर्ट पर विचार किए गए हैं, जो अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। रिपोर्ट पर कार्मिक विभाग का अंतिम निर्णय आना बाकी है। इसमें ये महत्वपूर्ण बातें हैं शामिल...
- अधिकारियों की कमी को कवर करने के लिए, बासवान कमेटी ने सिफारिश की है कि हर साल भर्ती की संख्या 180 होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के 50 प्रतिशत या इससे ज्यादा अंक स्नातक में होने पर परीक्षा के लिए योग्य होना चाहिए।
- यूपीएससी (UPSC) परीक्षा के लिए सामान्य वर्ग के उम्मीदवार की 25, ओबीसी (OBC) के लिए 28 और एससी/एसटी (SC/ST) के लिए 30 साल आयु सीमा होगी।
- अन्य वर्ग के उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए 5 बार प्रयास करने का मौका मिलना चाहिए।
अभी इस रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है। अगर आप यूपीएससी (UPSC) परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो अपने अध्ययन पर ध्यान दें।
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